Chapter - 1
प्राकत संख्याएँ - 1,2,3,4,5,............. अनन्त
पूर्ण संख्याएँ - 0,1,2,3,4,............... अनन्त
पूर्णांक संख्याएँ - अनन्त........-3,-2,-1,0,1,2,3,......... अनन्त
भाज्य संख्याएँ - 4,6,8,9,10,....... अनन्त
अभाज्य संख्याएँ - 2,3,5,7,11,13,........... अनन्त
वास्तविक संख्या किसे कहते हैं ?
सभी परिमेय और अपरिमेय संख्या के संग्रह को वास्तविक संख्या कहते हैं
परिमेय संख्या किसे कहते हैं ?
वे संख्याएं जिन्हें p/q के रूप में लिख सकते हैं परिमेय संख्या कहते हैं |
जैसे - 2/3 , 4/5 , 1/3
अपरिमेय संख्या किसे कहते हैं ?
वे संख्याएं जिन्हें p/q के रूप में नहीं लिख सकते हैं अपरिमेय संख्या कहते हैं |
जैसे - 2.1010010010001...... , √2 , √5 , π
सहअभाज्य संख्या किसे कहते हैं ?
वे संख्याएँ जिनका 1 के अलावा कोई और उभयनिष्ठ गुणनखण्ड न हो , उन संख्याओं को सहअभाज्य संख्याएँ कहते हैं ।
प्रमेयिका - एक सिद्ध किया हुआ कथन जिसे अन्य कथन को सिद्ध करने के लिए प्रयोग किया जाए | उसे प्रमेयिका कहते हैं ।
यूक्लिड विभाजन प्रमेयिका -
दो धनात्मक पूर्णांक a और b दिए रहने पर ऐसी अद्वितीय पूर्ण संख्या q और r विद्यमान है कि
a=bq+r ; 0<r<b
अंकगणित की आधारभूत प्रमेय - प्रत्येक भाज्य संख्या को एक अद्वितीय रूप से अभाज्य संख्याओं के गुणनखण्ड के रूप में व्यक्त किया जा सकता है ।
जबकि गुणनखण्डों का क्रम जैसा भी हो । यही अंकगणित की प्रमेय है ।
किन्हीं 2 धनात्मक पूर्णांक a और b के लिए ,
HCF(a,b)×LCM(a,b) = a×b
Notes -
1. एक परिमेय और एक अपरिमेय संख्या का योग या अंतर एक अपरिमेय संख्या होता है ।
2 . दो परिमेय संख्याओं के बीच में अनंत परिमेय संख्याएँ हो सकती है ।
3. एक अशून्य परिमेय संख्या और अपरिमेय संख्या का गुणनफल सदैव अपरिमेय संख्या होता है ।
4 . किसी वास्तविक संख्या का निरपेक्ष मान सदैव धनात्मक होता है ।
5. यदि कोई संख्या 2n×5m के रूप की है तो दशमलव प्रसार सांत होगा ।
chapter - 1 का सारांश पढ़ने के बाद अब आप इस chapter ( वास्तविक संख्या ) का mcq test देने के लिए तैयार हैं ।
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